साइबर क्राइम क्या है, कैसे होता है इससे कैसे बचे

साइबर क्राइम क्या है, कैसे होता है इससे कैसे बचे

साइबर क्राइम आनलाइन ठगी क्या आप भी इस तरह की दुर्घटना के शिकार हुए हैं?

 क्या उस समय आपको भी नहीं पता थे इससे बचने के तरीके? 

क्या आप भी जानना चाहते है क्या होती है ये?

दोस्तो आप कोई भी वस्तु ले लो अगर उससे फायदा है तो उसके नुकसान होना भी लाजमी है इन्टरनेट ने हमारी जिन्दगी आसान बनायी है तो इसके कुछ दुष्परिणाम भी है

यहां पर हम आपको बताएंगे साइबर क्राइम क्या है या आनलाइन फ्राड या ठगी क्या है कैसे और किन किन तरीको से की जाती है और इससे कैसे बच सकते हैं

यह हानि ज्यादातर पैसो की होती है इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कैसे इन्टरनेट के जरिये आनलाइन फ्राड होता है इस तरह के फ्राड में कम पढे लिखे लोग ज्यादातर शिकार होते हैं क्योंकि उन्हे तकनीक के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है

साइबर क्राइम क्या है, कैसे होता है इससे कैसे बचे

साइबर क्राइम क्या है, कैसे होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है

साइबर क्राइम को निम्न परिभाषा से समझ सकते हैं

सइबर क्राइम या आनलाइन फ्राड एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी से अवैध तरीके से तकनीक या इन्टरनेट की सहायता का सहारा लेकर किसी भी यूजर की पर्सनल जानकारी चुराई जाती है और फिर उसे हानि पहुंचाई जाती है ये एक अपराध की श्रेणी में आता है। 

"आनलाइन फ्राड या ठगी" के कुछ उदाहरण के मैसेज या काॅल की बाते नीचे दिखाई गई हैं

"नमस्कार सर मैं SBI Bank से स्वाति बात कर रही हूं. सर हमारे बैंक के सालाना लकी ड्रॉ में आपका अकाउंट  पहले नंबर पर निकला है"

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ये तो कुछ ही हैं ..ऐसे मैसेज, आपको आपके मैसेज बाक्स या online (व्हाटसएप, फेसबुक, मेल आई डी, मोबाइल मैसेज) रोज दिखाई देते होंगे आज हम इसी पर चर्चा करने वाले हैं 

आइये जानते हैं आनलाइन फ्राड के कौन कौन से तरीके हैं-

साइबर क्राइम  कैसे होता है

1. फिशिंग

इसमें संवेदनशील जानकारी (क्रेडिट कार्ड डिटेल, बैंक की डिटेल आदि) को हासिल करने के लिए किसी वेध कम्पनी, बैंक द्वारा काल अथवा इमेल  या मेसेज के जरिये सम्पर्क किया जाता है जो नकली अथवा जाली होता हैं

हम आनलाइन लेनदेन ज्यादातर ब्रांड देखकर ही करते हैं इसलिए इस तरीके में एक जाली या फ्राड वेब पेज बना दिया जाता है और मेल के जरिए इसी वेबपेज के जरिये लोगो से उनकी व्यक्तिगत जानकारी या सूचना हासिल कर ली जाती है।

क्योंकि यूजर उस वेबसाइट को असली समझकर उस अपनी गोपनीय जानकारी शेयर कर देता है जिससे वह online फ्राड का शिकार हो जाता है। 

डदाहरण-इसे आप इस उदाहरण से समझ सकते हैं आपका फेसबुक पर खाता है तो फ्राड करने वाले इसी तरह का एक बेब पेज डिजाइन करेंगे और उसका लिंक आप को भेज दिया जाएगा 

आप उस पर अपनी जानकारी शेयर करोगे जो उनके सर्वर पर जाकर सेव हो जाएगी। जिससे वे आपके दिए गए आईडी और पासवर्ड से कभी भी आपका फेसबुक एकाउन्ट खोल सकते हैं।

साइबर क्राइम से कैसे बचें
साइबर क्राइम की एक घटना स्रोत दैनिक जागरण मेरठ
हो सकता है कि आपके एकाउन्ट को खोल कर वे आपके जानने वाले रिश्तेदारों या मित्र वगैरह से पैसे का भी लेनदेन करें इस तरहे फ्राड करने वाले पूरी तैयारी के साथ इसमें उतरते हैं

2 विसिंग

ये फिसिंग का ही एक रूप है इसमें फ्राड करने वाले टेली कालिंग या कस्टोमर केयर की सहायता लेते हैं इसमें काल करके यूजर्स की व्यक्तिगत जानकारी हासिल की जाती है।ये खुद को किसी कंपनी या बैंक का कर्मचारी बताते हैं

बचने का तरीका-अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी से भी सेयर न करें जैसे कार्ड का सी0वी0वी नम्बर, पिन नम्बर, ओ0टी0पी क्योंकि बैक कभी भी ऐसी जानकारी नहीं मांगते हैं

किसी भी एस0एम0एस, इमेल और वाटसएप मैसेज का जवाब न दें अगर इस तरह का कोई मैसेज आता है तो अगर आप इन्टरनेट यूज करने में नये हैं तो किसी जानकार व्यक्ति की सहायता ले सकते हैं 

अगर आपको ऐसी कोई समस्या है तो उनकी वेबसाइइट पर जाएं वहां पर वे कस्टोमर केयर का नम्बर डालकर रखते हैं और बैंक ही नहीं अब तो हर कम्पनी अपना कस्टोमर केयर नम्बर डालकर रखती हैं अगर आप को कोई समस्या है तो सीधे कस्टोमर केयर पर सम्पर्क करें।

साफटवेयर या एप्स की सहायता से

ऐसे बहुत सारे साफटवेयर अथवा एप्स मार्केट में उपलब्ध हैं जो सीधे आप अपने मोबाइल में इन्सटाल करने के बाद उसके आईडी नम्बर को दूसरे को दे दें तो वह आपकी डिवाइस (मोबाइल या कम्प्यूटर) से कनेक्ट हो जायेगा। 

उदाहरण- Anydesk अथवा Team viewer और वहां से वह आपकी डिवाइस में जो भी काम करना चाहेगा वह कर सकता है आपकी पूरी डिवाइस वह अपने कब्जे में ले लेगा।

अगर आपको इस तरह के एप्स की जरूरत है अपने काम के लिए तो कर लिजिए लेकिन किसी दूसरे को उसका एक्सेस अर्थात आई डी पासवर्ड वगैरह न दें।

केवाईसी अपडेट के नाम पर-

इसमें यूजर को एक लिंक भेज दिया जाता है और उससे कहा जाता है कि पेटीएम अथवा कोई अन्य एप्स की केवाईसी पूरी नहीं हैै

यहां पर अपनी जानकारी साझा करें और उसको पूरा करें जहां ग्राहक ने उस लिंक पर अपनी जानकारी साझा की वही से उसके एकाउन्ट से पैसे कटने शुरू हो जाते हैं।

क्रेडिट कार्ड फ्राड-

आपको कभी कभी मेल या फोन आता होगा कि आपका के्रडिट कार्ड की वेल्यू खत्म होने वाली है अगर आप चालू रखना चाहते हैं कार्ड का सीवीववी नम्बर और पीछे 3 अंको का नम्बर पूछते हैं 

उसके बाद आपके एकाउन्ट से पैसे कटने सुरू हो जाते हैं इसके लिए सावधान रहें

लाटरी कौन बनेगा करोडपति अथवा कोई अन्य-आपकी इस नाम की लाॅटरी खुली है या कौन बनेगा करोडपति में आप विजेता चुने गये है इसके लिए आपको इतने पैसे जमा करने होंगे पूरी राशि पाने के लिए ।

उसके बाद आप पैसे जमा करते हैं और उसके बाद वे फोन नहीं उठाते हैं इस तर के फ्राड से भी बचे क्योंकि जब आपने कोई लाॅटरी डाली हीं नहीं है तो नम्बर काहे का।

चैरिटी फ्राड

इस तरह के फ्राड में किसी व्यक्ति की तस्वीर दिखाई जाती है और बताया जाता है कि ये कैंसर से पिडित हैं या वगैरह वगैरह और उसके नाम पर चन्दा एकत्रित किया जाता है कुछ लोग संवेदना में आ जाते हैं और पैसे दे देते हैं

लेकिन कुछ दिन बाद पता चलता है कि ये एक फ्राड था। लेकिन जब तक उन्हें पता चलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है क्योंकि ऐसे फ्राड करने वाले आधुनिक होते हैं

अगर इस तरह का मेल अथवा तस्वीर आपको प्राप्त होती है तो उसको एक बार गूगल पर डाल कर सर्च कर लें गूगल आपको उस तस्वीर की पूरी डिटेल निकाल कर दे देगा। कि ये तस्वीर कहां की है, कैसे ली गई है, एक्सीडेन्ट या कोई और कारण है इत्यादि।

साइबर क्राइम से कैसे बचें

अगर आप आनलाइन काम करते हैं तो  जो आथराइज कम्प्यूटर नहीं हैं उन कम्प्यूटर पर काम न करें
अपना पासवर्ड मजबूत रखें

साइबर क्राइम से संबधित शिकायत कहां करें

राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत कैसे दर्ज करें
साइबर क्राइम की रिपोर्ट कहां करें


 हेल्पलाइन नंबर . 155260
 सुबह 09:00 से शाम 06:00 तक

यह पोर्टल साइबर अपराध की शिकायतों की ऑनलाइन रिपोर्ट करने के लिए पीड़ितों / शिकायतकर्ताओं को सुविधा प्रदान करने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। 

यह पोर्टल केवल साइबर अपराधों से संबंधित शिकायतों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों के खिलाफ साइबर अपराधों के लिए है। 

इस पोर्टल पर दर्ज की गई शिकायतों को कानून प्रवर्तन एजेंसियों / पुलिस द्वारा शिकायतों में उपलब्ध सूचना के आधार पर निपटाया जाता है। त्वरित कार्रवाई के लिए शिकायत दर्ज करते समय सही और सटीक विवरण प्रदान करना अनिवार्य है।

उपर दिए गए कुछ ही उदाहरण है  इसका बहुत विस्तृत क्षैत्र है और ज्यादा चर्चा किसी और लेख में करेंगें

आनलाइन फ्राड से कैसे बचें

टोल फ्री नम्बर का सहारे लें- अगर आपके पास कोई अन्तरराष्ट्रीय काॅल आई है, जिसमें दर्शाया गया नम्बर भारतीय है या कोई नंबर नहीं दर्शाया गया है, तो इसकी जानकारी DoT टोल फ्री नम्बर 1800110420 पर पर दें

किसी भी आनलाइन जाब पर भरोसा न करें-बहुत से ऐसे आनलाइन वेबसाइट आपको मिल जायेंगी जो आनलाइन जाब देने का वादा करती है और आपको आनलाइन पेमेंट करा लेती है ऐसी फ्राड वेबसाइट से बचें। इनकी पहले पूरी जानकारी लें जैसे डोमेन अथारिटी, कम्पनी कितनी पुरानी है, आनलाइन कम्पनी की क्या रेपुटेशनऔर काम करने वालों के रिव्यू हैं तभी आगे कुछ कार्यवाही करें कभी भी पहले पैसे न जमा करें

किसी भी पब्लिक वाई फाई का प्रयोग न करें-किसी पब्लिक वाई का प्रयोग करते हैं तो तो उससे ट्रांजेक्शन न करें

साइबर कैफे-वैसे आजकल हर कोई फोन का इस्तेमाल करता है लेकिन अगर साइबर कैफे का प्रयोग करते हैं तो इनकाग्निशनमोड में करें 

 कम्प्यूटर छोडने से पहले अपनी वेब हिस्ट्री वहां से हटा दें तथा ब्राउजर आपका पासवर्ड सेव करने के लिए बोलता है उसको ओके ना  करें। 

फ्राड वेबसाइट-आनलाइन बहुत सी फ्राड वेबसाइट आपकेा मिल जायेंगी जो बिल्कुल इसी तरह की होती है पहले वेबसाइट के बारे में पूरी जानकारी हासिल करें। किसी भी साइट पर अपने कार्ड की डिटेल सेव ना करें

फेक काल, मैसेज और इमेल-फेक काॅल और इमेल का जबाब सोच समझकर दें अगर उपर दिए गए इमेल की तरह आपके पास भी इमेल या मेसेज आते हैं तो इन पर रजिस्टर न करें

ये मेसेज डायरेक्ट आपको उनके बनाये गये वेबपेज पर ले जाते हैं जहां से वे आपका डाटा स्टोर करके उनका दुरूपयोग करते हैं

सोशल मिडिया-अगर सोशल  मिडिया का प्रयोग करते हैं तो वहां भी सावधान रहें 
सोशल मिडिया पर जैसे व्हाटसएप इत्यादि पर भी कुछ फ्राडियर अश्लील तस्वीर या विडियो लेकर के बाद में ब्लेकमेल करते हैं

कठिन पासवड रखें और उसको अपडेट करते रहें-अपने सभी पासवर्ड कठिन से कठिन रखें और उनको हमेशा अपडेट करते रहें पासवर्ड कुछ इस तरह का रखें 
पासवर्ड की लैंथ कम से कम 16 डिजिट की हो, प्रतीक चिहन @#$%, संख्या 123456, छोटे अक्षर abcdefgh, बडे अक्षर ABCDEFGH, एक जैसे शब्द जैसे 1 के स्थान पर !, O के स्थान पर 0 का प्रयोग करें , {}. <> का प्रयोग करें तथा ये आपके कम्प्यूटर या मोबाइल पर ही बनाया गया हो 

व्हाटसएप फ्राड किसी भी अन्जान आदमी का क्यू आर कोड अपने मोबाइल से स्केन न करें, अगर आपका एकाउन्ट किसी ऐप से कनेक्ट है तो इससे आपके एकाउन्ट से पैसे कटने का खतरा होता है
क्योंकि अब व्हाटसएप से भी पैसे के लेनदेन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

तो दोस्तो आपने देखा कि आनलाइन फ्राड क्या है कैसे होता है और उससे कैसे बचें आपके साथ भी कभी ना कभी ऐसा हुआ होगा अगर हुआ है तो नीचे कमेन्ट करके बतायें जिससे आपकी बातों से दूसरे भी जागरूक हो जाएं
अगर जानकारी अच्छी लगी हो तो दूसरो के साथ शेयर करें
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